कुरुक्षेत्र ( बातों बातों में/ रणदीप रोड़)हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज कुरुक्षेत्र जिला के गांव अभिमन्युपुर में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान खेलों को बढावा देने के लिए गांव की एक कोच के अनुरोध पर साइकिलिंग खेल नर्सरी खोलने की स्वीकृति प्रदान की। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने गांव में 158 लाख रुपये की लागत से बनने वाले खरीद केंद्र का भी शिलान्यास किया। इस दौरान गांव अभिमन्युपुर व आस पास के गांव वासियों की मांग पर मुख्यमंत्री ने अभिमन्युपुर गांव से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय तथा करनाल तक रूट बनाकर रोडवेज महाप्रबंधक को बस के आवागमन के निर्देश दिए। इससे गांव के विद्यार्थियों और आमजन को सुविधा मिलेगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गांव अभिमन्युपुर में लगभग 4 करोड़ 56 लाख रुपये के विकास कार्य करवाए गए हैं। इसके साथ-साथ गांव में 72 युवाओं को सरकारी नौकरी मिली हैं, जोकि इस गांव के लिए बहुत बडी बात हैं। इनमें से 14 नौकरियां केन्द्र सरकार की व 58 नौकरियां राज्य सरकार की हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गांव में 3578 आयुष्मान कार्ड बनाए गए है, जिनमें से 369 लोगों ने इसका फायदा उठाया है। इसके तहत 62 लाख 32 हजार रुपये का खर्च आया है। गांवों में 300 नए राशन कार्ड भी बनाए गए हैं। इसके अलावा, गांव में 1184 लोगों को पेंशन का लाभ मिल रहा है। पिछले 4 महीनों में 21 वृद्धों की पेंशन 60 वर्ष पूरे होते ही अपने आप बनी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पिछले साढ़े 8 सालों में ई-गवर्नेंस सिस्टम के माध्यम से कार्यो में पारदर्शिता आई है। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र अनुसार 25 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत करने का काम किया गया है, जिसके तहत सबसे पहले सडकों की रिपेयर व सुदृढीकरण का कार्य किया जाएगा और उसके बाद नई सडक़ें बनाने का काम किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-टेंडरिंग के माध्यम से विकास कार्यों में पारदर्शिता आई है। सरपंचों की मांग पर विकास कार्यों की राशि 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये की गई है।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव, प्रदेश महामंत्री डॉ पवन सैनी, हरियाणा पशुधन एवं डेयरी विकास निगम के चेयरमैन धर्मबीर मिर्जापुर, सरपंच गौरव चौहान, जिला परिषद के उपाध्यक्ष धर्मपाल चौधरी, साहिल सुधा, जसमेर सिंह, बाबू राम, दीवान चन्द, हरि नारायण शर्मा, चमेली यादव, परमवीर आर्य के साथ-साथ काफी संख्या में ग्रामीण तथा आसपास के गांव के सरपंच व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें।