कुरुक्षेत्र ( बातों बातों में /हरियाणा डेस्क ) अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती के अवसर पर विरासत हेरिटेज विलेज जी.टी. रोड मसाना में नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाईन कुरुक्षेत्र, एच.एस.आर.एल.एम. हरियाणा द्वारा आयोजित कार्यशाला के समापन अवसर पर सी.ई.ओ. डॉ. अमरेन्द्र कौर ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा आजीविका मिशन के तहत हरियाणा सरकार प्रदेश के हस्तशिल्पकारों को हस्तशिल्प के माध्यम से घर बैठे रोजगार देने की योजना बना रही है, इसके लिए पिछले 10 दिनों में विरासत हेरिटेज विलेज में लगी प्रदर्शनी एवं कार्यशाला में हरियाणा के सभी जिलों से 1 हजार से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है। आने वाले दिनों में इसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। हरियाणा के हस्तशिल्प से जुड़ी हुई विषय-वस्तुएं जैसे फुलकारी, बंधेज, पीलिया, ओढऩी, दाम्मण, ब्लॉक प्रिटिंग, मूढ़ा भराई, कुर्सी बणाई, चारपाई एवं खटोल भराई, दरी बुणाई, लोक पारम्परिक गुड्डा-गुडिय़ा बणाई, क्रासिए से बनी हुई विषय-वस्तुएं, जूट से बने हुए घरेलू वस्तुएं, लुगदी से बने हुए बोहिए, बोनी, मेवात की चंगेरी, हाथ से बनी हुई गुदडिय़ां, दाब से बनी हुई टोकरियां, गेहूं की नली से बनी हुई रोटी रखने के बोहिए, खजूर के पत्तों से बने हुए इंडी, इंडे, बीजणे, जुलाहे के माध्यम से लोक में खेस बुनने की परम्परा को यहां पर दिखाया भी गया है और प्रदेश के हस्तशिल्पकारों को प्रशिक्षित भी किया गया है। इस अवसर पर डॉ. रणबीर सिंह ने कार्यशाला की रिपोर्ट में पूरा ब्यौरा प्रस्तुत किया। विरासत की ओर से डॉ. महासिंह पूनिया ने मुख्यातिथि डॉ. अमरेन्द्र कौर को स्मृति चिन्ह भेंट किया। डॉ. पूनिया ने धन्यवाद करते हुए कहा कि हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला का विजन है कि आने वाले दिनों में प्रदेश का हस्तशिल्प बाजार से जुड़े। इसीलिए विरासत हेरिटेज विलेज में इस कार्यशाला का अवलोकन किया गया है।