कुरुक्षेत्र ( बातों बातों में / हरियाणा डेस्क ) अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती के अवसर पर विरासत हेरिटेज विलेज की ओर से हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन की शुरूआत 5 दिसंबर से विरासत में जी.टी. रोड पर मसाना में होगी। इस अवसर पर विरासत हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन में हरियाणवी प्राचीन वस्तुओं की प्रदर्शनी, हरियाणवी खान-पान, हरियाणा के लोकनृत्य, रागिनी, भजन, गीत, हरियाणा की हस्तकला तथा हरियाणवी इवेंट आयोजित किए जा रहे हैं। हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन के माध्यम से हरियाणा के गांव की संपूर्ण सांस्कृतिक झलक यहां पर देखने को मिलेगी। इस अवसर पर हरियाणा की हस्तकला प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है, जिसमें हरियाणा की बुणाई कला, हरियाणा की फुलकारी कला, गुडा-गुडिय़ा बनाने की कला, बोहिया बनाने की कला, चंगेरी बनाने की कला, खजूर के पत्तों से घरेलू उत्पाद बनाने की कला तथा इसके साथ ही लकड़ी से हरियाणवी खिलौने, चरखा व मिट्टी से बनने वाली विषय-वस्तुओं की कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इस कार्यशाला में प्रदेशभर के हस्तशिल्पकार अपनी विषय-वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाएंगे। इसके साथ ही यहां पर पर्यटकों के लिए देसी चुरमा, खीर, घी-कसार, बाजरे की रोटी, सरसों का साग आदि की व्यवस्था रहेगी। यहां पर हरियाणवी लोकजीवन से जुड़ी हुई लोक पारम्परिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें युवाओं, बुजुर्गों एवं महिलाओं के लिए अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। हरियाणा की लोक संस्कृति को जीवंत करने के लिए अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
हवन से होगी शुरूआत…
विरासत हेरिटेज विलेज में लोक सांस्कृतिक परम्पराओं का निर्वहन करते हुए सर्वप्रथम दादाखेड़े की पूजा की जाएगी, उसके पश्चात हवन कर विधिवत् रूप से हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन प्रदर्शनी को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। हवन रविवार को प्रात: 11:00 बजे आयोजित होगा। इस अवसर पर थानेसर के विधायक सुभाष सुधा मुख्यातिथि के रूप में हवन में आहुति डाल हरियाणा सांस्कृतिक प्रदर्शनी को जनता को समर्पित करेंगे।