करनाल ( बातों बातों में /हरियाणा डेस्क ) डॉ धीर सिंह, संयुक्त निदेशक (अनुसंधान), भाकृअनुप-राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल ने वैज्ञानिक डेयरी के क्षेत्र में में विस्तार पेशेवरों के कौशल विकास पर 10 दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। यह प्रशिक्षण अनुसूचित जाति के लिए विकास कार्य योजना (डीएपीएससी) के तहत राज्य सरकारों के पशुपालन विभागों के विस्तार कर्मियों की क्षमता निर्माण के लिए है।प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए डॉ. के.एस. कादियान अध्यक्ष, डेयरी विस्तार प्रभाग ने बताया कि इस प्रशिक्षण से प्रशिक्षुओं एवं किसानों को कृषि योग्य प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण के लिए अत्यधिक लाभ प्राप्त होगा।डॉ धीर सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि अनुसंधान संस्थानों में विकसित प्रौद्योगिकियों को लक्षित समूहों तक समय पर पहुंचना चाहिए और विस्तार पेशेवरों को अपने अधिकार क्षेत्र में एक लीडर के रूप में काम करना चाहिए।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद, प्रतिभागी प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्याख्यान देने वाले व्याख्याताओं से सीखी गई विशेषज्ञता को लोकप्रिय बनाने के लिए एनडीआरआई के अग्रदूत बन जाते हैं।डॉ के पोन्नुसामी, पाठ्यक्रम निदेशक ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्देश्यों और सामग्री के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि प्रशिक्षण आपसी संवाद एवं आवश्यकता पर आधारित है और इसमें वैज्ञानिक डेयरी के प्रसंस्करण, उत्पादन और सामाजिक विज्ञान के पहलू शामिल हैं।प्रशिक्षण समन्वयक डॉ एच आर मीणा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।