कुरुक्षेत्र ( बातों बातों में /हरियाणा डेस्क) हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा अपनी सरकार के 2500 दिन की उपलब्धियां गिनाने पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश सरकार 9 माह से घरों में कैद है और 9 माह से ही देश का अन्नदाता हरियाणा की सड़कों पर पडा है। 600 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं क्या यही उपलब्धि है प्रदेश सरकार की? अशोक अरोड़ा अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से वार्तालाप कर रहे थे। इस अवसर पर कांग्रेसी नेता सुभाष पलवल, पूर्व नगर पार्षद मन्नू जैन और सुभाष मिर्जापुर भी उपस्थित थे।
अरोड़ा ने कहा कि जो हरियाणा प्रति व्यक्ति आय और पूंजी निवेश में पहले नंबर वन पर था आज वही हरियाणा बेरोजगारी और अपराध में नंबर एक पर है, क्या इसी को मुख्यमंत्री अपनी सरकार की उपलब्धि मानते हैं? लगभग दो दर्जन से अधिक बार हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पेपर लीक हो चुके हैं। बेरोजगारी बढ रही है, कर्मचारी चयन आयोग के जिस चेयरमैन को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते निलंबित किया गया उसे ही दोबारा उसी पद पर बहाल कर दिया। मुख्यमंत्री इसे भी अपनी सरकार की उपलब्धि बताते हैं। जिस सरकार के कार्यकाल में रजिस्ट्री घोटाला, भूमि घोटाला, धान घोटाला, पेपर लीक घोटाला, शराब घोटाला, भर्ती घोटाला सहित अनेक घोटाले हुए हों, क्या यह ही सरकार की उपलब्धि है?
मुख्यमंत्री को यह नही भूलना चाहिए कि ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग तड़प-तड़प कर मर गए, क्या यह भी भाजपा-जजपा सरकार की उपलब्धि है? करनाल में किसानो पर बर्बता पूर्वक लाठी चार्ज करना भी क्या सरकार की उपलब्धि में शामिल है? आज हालात यह है कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का कोई भी मंत्री और स्वयं मुख्यमंत्री किसी इलाके में नही जा रहा। पूरी सरकार घरों में कैद है और मुख्यमंत्री अपनी सरकार की उपलब्धियों का गुणगान कर रहे हैं। कुरुक्षेत्र में तो जिस सड़क का 6 साल पहले शिलान्यास हुआ था वह आज तक पूरी नही हुई। थोडी सी बरसात होने पर लोगों के घरों में पानी भर जाता है। स्थान-स्थान पर गंदगी के अंबार लगे पडे हैं। गलियां, सडकें खस्ता हाल में हैं। सड़कों की खस्ता हाल के कारण दुर्घटनाओं से लोग चोटिल हो रहे हैं। कुरुक्षेत्र के धार्मिक स्थलों के आसपास गंदगी के अंबार लगे पडे हैं। मुख्यमंत्री बताएं कि यह सब भी सरकार की उपलब्धियों में शामिल है क्या?
पूर्व मंत्री ने सरकार को आडे हाथों लेते हुए कहा कि जिस प्रदेश में किसानों को लाठियों से पीटा जाता है लोकतंत्र के अधिकारों का हनन किया जा रहा है और मुख्यमंत्री अपनी उपलब्धियां गिनवा रहे हैं। इससे तो ऐसा प्रतीत होता है कि यह सब ही प्रदेश सरकार की उपलब्धियां हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चर्म सीमा पर है। कानून व्यवस्था का दिवाला पिट चुका है। किसानों की जमीनों को छीनने के लिए प्रदेश सरकार नया भूमि अधिग्रहण बिल संशोधन लेकर आई हैं। इससे किसानों की जमीनों को निजी लोगों को देने का रास्ता साफ किया जा रहा है।
2 सितंबर को कांग्रेस करेगी प्रदर्शन : अरोड़ा
अशोक अरोड़ा ने जानकारी दी कि करनाल में किसानों पर किए गए लाठीचार्ज, नए भूमि अधिग्रहण बिल संशोधन और जन विरोधी परिवार पहचान पत्र जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस द्वारा जिला स्तर पर कुरुक्षेत्र में 2 सितंबर को प्रदर्शन किया जाएगा। सभी कांग्रेसी कार्यकर्ता पंचायत भवन पर एकत्रित होंगें व वहां से सरकार विरोधी नारे लगाते हुए लघु सचिवालय पर जाएंगें। जहां उपायुक्त के माध्यम से सरकार की जनविरोधी नितियों के विरूद्ध ज्ञापन सौंपा जाएगा।