कुरुक्षेत्र ( बातों बातों में / हरियाणा डेस्क ) ट्रोपिकल फोरेस्ट रिसर्च इंस्ट्टियूट (टीएफआरआई), जबलपुर द्वारा भारत का अमृत महोत्सव के तहत कर्मचारी वर्ग के लिए एक ऑनलाइन जैव विविधता फोटोग्राफी कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय जूलोजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दीपक राय बब्बर ने भाग लिया था।
टीएफआरआई, जबलपुर द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में डॉ. दीपक राय बब्बर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय परिसर में उनके द्वारा क्लिक की गई पक्षियों की तस्वीर को तीसरा पुरस्कार मिला है। डॉ. दीपक राय ने बताया कि उन्होंने मार्च के बाद लॉकडाउन में घर पर ही यूट्यूब के ट्यूटोरियल के माध्यम से डीएसएलआर फोटोग्राफी सीखी व स्वयं ही विश्वविद्यालय व एनआईटी कैम्पस में प्रातः घंटो तक फोटोग्राफी का अभ्यास करते थे।
डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि उष्ण कटिबंधीय वन अनुसंधान संस्थान( टीएफआरआई) मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित एक शोध संस्थान है। यह पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद के तहत काम करता है।
उन्होंने बताया कि इस ऑनलाईन फोटोग्राफी प्रतियोगिता में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों व संस्थानों से काफी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया था। उन्हें जब आयोजकों द्वारा सूचित किया गया कि उन्हें इस प्रतियोगिता में तीसरा पुरस्कार मिला है तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि इतने बड़े स्तर की प्रतियोगिता में उन्हें तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने इसके लिए टीएफआरआई, जबलपुर के आयोजको का धन्यवाद प्रकट किया है। इस फोटोग्राफी प्रतियोगिता में देशभर में कर्मचारी वर्ग में तीसरा स्थान मिलने पर कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने डॉ. दीपक को बधाई देते हुए कहा कि सीखने की कोई सीमा व उम्र नहीं होती है। प्रकृति व खासकर पक्षियों की डीएसएलआर फोटोग्राफी आसान नहीं होती है। पर्यावरण विज्ञान के विभिन्न आयामों को इसी तरह से हम समाज हित के लिए प्रयोग कर सकते हैं। कुवि अपने हर कर्मचारी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।